Ballia : ऐसा पहली बार हुआ, कार्तिक पूर्णिमा के दिन नहीं लग पाया ददरी मेला

ऐसा पहली बार हुआ, कार्तिक पूर्णिमा के दिन नहीं लग पाया ददरी मेला
रोशन जायसवाल
बलिया। सदियों से ऐतिहासिक ददरी मेला का आयोजन होता रहा है और कार्तिक पूर्णिमा स्नान से पहले ही मेला पूरी तरह से लगकर तैयार हो जाता है। लेकिन इस वर्ष ऐसा पहली बार हुआ है कि जिला प्रशासन ने समय से ना तो जमीन का वितरण कर पाया और न हीं लाइट और रास्ते की पूरी व्यवस्था कर पाई। जिसके कारण समय से मेला नहीं लग पाया।
कारण बारिश को लेकर माना जा सकता है लेकिन बारिश बंद होने के बाद भी प्रशासन सक्रिय नहीं दिखा। बाहर से आए दुकानदार जमीन को लेकर देर रात तक अपर जिलाधिकारी राजस्व अनिल कुमार के पास जमे रहे और कुछ दुकानदार मायूस होकर बैठे रहे।

बिना नगरपालिका के कर्मचारियों व बाबूओं के सहयोग से कैसे लग पाएगा ददरी मेला
बलिया। समय से ददरी मेला स्थल पर दुकानें तैयार नहीं हो पाई। इसके पीछे चर्चा यह होती रही कि जिला प्रशासन को 2024 के सूची के अनुसार दुकानदारों को समय से जमीन आवंटन कर देना चाहिए था लेकिन नहीं करा सकी। वैसे नगरपालिका के कर्मचारियों और बाबूओं के राय से ददरी मेला सफल नहीं हो सकता क्योंकि उन्हें यह पता है कि नये और पुराने दुकानदार कौन है। ऐसे में जिला प्रशासन को उनका सहयोग लेना चाहिए था।
दूसरी सबसे बड़ी समस्या यह रही कि दुकानदार जब अधिकारियों के पास जमीन लेने के लिये पहुंचे तो उन्हें यह बताया गया कि जमीन लेने से पहले पैसा जमा करना होगा। यदि पैसा जमा नहीं करेंगे तो जमीन नहीं मिलेगी। ऐसे में कई दुकानदारों को जमीन नहीं मिली और वे मायूस होकर इधर-उधर भटकते रहे।
प्रशासन ने नहीं दिया रास्ता और लाइट
यदि प्रशासन ने समय से लाइट और रास्ते की व्यवस्था कर दी होती तो मेला में रौनक बढ़ जाती और दुकानदार रास्ता और रोशनी के सहारे दुकान को और बेहतर कर सकते थे। रास्ता न होने के कारण ट्रकें कीचड़ में फंसी रही। एक ट्रक के चलते कई ट्रकें फंसी रही। मजे की बात यह है कि एक करोड़ 30 लाख का झूला लेने वाला मेरठ का व्यापारी भी उदास दिखा। क्योंकि कार्तिक पूर्णिमा के दिन उसके झूले नहीं लग पाए थे।
वहीं दुकानदार पेट्रोमैक्स जलाकर दुकानों को तैयार करते रहे। प्रशासन का पूरा ध्यान गंगा आरती व स्नान पर रहा। वहीं ददरी मेला मेें प्रवेश करने वाले तीनों रास्ते भी अभी तक नहीं पाए। पहला रास्ता पशु मेला, दूसरा रास्ता टोल टैक्स और तीसरा गौशाला रोड अभी तक नहीं बन पाया।
सीडीओ का दावा हवा हवाई
बलिया। ददरी मेला आयोजन समिति के अध्यक्ष मुख्य विकास अधिकारी ओजस्वी राज ने गंगा बहुउद्देशीय सभागार में झूले के खुली बोली के दौरान वादा किया था कि मेला स्थल के लिये अच्छा रास्ता देंगे जिसके माध्यम से आप लोग ट्रकों पर सामान लेकर मेला में पहुंच सकते है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दुकानदार ट्रकों से सामान लेकर पहुंचे जरूर लेकिन उनकी ट्रकें कीचड़ में फंस गई।

