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Ballia : जब भी कथा सुनने जाओ तो अपनी अर्धांगिनी के साथ जाओ : चैतन्य जी महाराज

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बेरुआरबारी (बलिया)। एक बार बाबा भोलेनाथ रामकथा सुनने मैया सती के साथ कैलाश से कुंभज ऋषि यानि की अगस्त ऋषि के आश्रम पर पधारे। जब भी कथा सुनने जाओ तो अपनी अर्धांगिनी के साथ जाओ। शिवजी अकेले नहीं गये कथा सुनने बल्कि माता सती को भी साथ लेकर गये।

उक्त बाते क्षेत्र के ग्राम पंचायत सूर्यपुरा में बुढ़िया माई मंदिर प्रांगण में चल रहे नौ दिवसीय पंच कुंडात्मक श्री रुद्र महायज्ञ यज्ञ में प्रवचन के दौरान कथा वाचक चैतन्य जी महराज ने कथा के चौथे दिन श्रोताओं को कथामृत का पान कराते हुए बताया कि बाबा भोलेनाथ जब अगस्त्य ऋषि के आश्रम पर सती के साथ पहुंचे है तब अगस्त्य ऋषि अपने आसन से उठके शिव और सती का सम्मान किए पूजा किए आरती उतारी। यही एक संत की सरलता हैं संत को कोई अभिमान नहीं है। अगस्त ऋषि वह ऋषि हैं जो पूरे समुद्र को आचमन में ही पी गये थे। यज्ञ में यज्ञकर्ता श्री श्री 108 महंत रामनारायण दास जी महराज (त्यागी बाबा) के देख रेख में सभी कार्यक्रम सम्पन्न कराए जा रहे हैं। इस समय रोजाना शाम प्रवचन व रासलीला देखने के लिए भक्तों की काफी भीड़ उमड़ रही है।

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