Ballia : रसड़ा रामलीला के दोनों कमेटियों के पदाधिकारियों की डीएम ने ली बैठक

महंत के टीम के पक्ष में जिलाधिकारी ने सुनाया फैसला
रोशन जायसवाल
बलिया। श्रीनाथ बाबा मठ परिसर में आगामी रामलीला और मेला के आयोजन के लिये जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने संतोष जायसवाल रामलीला कमेटी अध्यक्ष जो मठ कौशलेंद्र गिरि द्वारा बनायी रामलीला कमेटी है उनके पक्ष में फैसला सुनाते हुए डीएम ने रामलीला और मेला कराने को कहा है। वहीं दूसरी कमेटी के अध्यक्ष नंद जी जायसवाल नंदू की पूरी टीम को रामलीला और मेले का आयोजन करने को मना किया है। इसकी जानकारी देते हुए संतोष जायसवाल ने बताया कि इस बार रामलीला और मेले का आयोजन भव्य किया जाएगा। वहीं पुरानी कमेटी के अध्यक्ष नंदजी जायसवाल नंदू डीएम के फैसले से असंतुष्ट है और रसड़ा में बैठक कर आगामी रणनीति की तैयारी में लगे हुए है।
गौरतलब हो कि रसड़ा में रामलीला की दोनों कमेटियों ने अलग-अलग चुनाव किया था। एक कमेटी पुरानी तो दूसरी कमेटी नई के बीच विवाद चल रहा था। विवाद इस बात का था कि जो पुरानी कमेटी बरसो से रामलीला व मेला का आयोजन करती चली आ रही है वहीं कमेटी रामलीला और मेला का आयोजन करेगी। वहीं दूसरी नई कमेटी श्रीनाथ बाबा मठ के महंत कौशलेंद्र गिरि द्वारा बनायी गयी थी। जिसमें संतोष जायसवाल को रामलीला कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया था और पूरी कार्यकारिणी घोषित की गयी थी। इसी विवाद को लेकर विगत सात जुलाई को रामलीला परिसर में पुरानी कमेटी रामलीला मैदान का निरीक्षण करने पहुंची थी। जिसमें चेयरमैन विनयशंकर जायसवाल थे। निरीक्षण कर ही रहे थे कि इसी बीच नई कमेटी व महंत कौशलेंद्र गिरि व पुरानी कमेटी के पदााधिकारियों के साथ कहासुनी हुई और विवाद ऐसा हुआ कि दोनों तरफ से मारपीट शुरू हो गयी। इसके बाद पूरे मामले की जानकारी के लिये मंत्री दयाशंकर सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष संजय मिश्रा, पूर्व मंत्री राजधारी सिंह, जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह, पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, क्षेत्राधिकारी व कोतवाल आदि पहुंचे हुए थे।
जिलाधिकारी ने पहले दोनों रामलीला कमेटियों के पदाधिकारियों के साथ अलग-अलग बैठक की और दोनों कमेटियों की राय जानी, उसके बाद 16 जुलाई को अपने आवास पर दोनों कमेटियों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की और नई कमेटी के पक्ष में आयोजन करने के लिये फैसला सुनाया।

