Ballia : सड़क बनी ग्रामीणों के लिये, लेकिन उसका फायदा उठाने लगे बड़े वाहन

रोशन जायसवाल,
बलिया। उस वक्त की बात है जब पूर्व मंत्री गौरी भइया ने सागरपाली से बैरिया तक बाढ़ से बचाव के लिये बांध का निर्माण कराया। उसके बाद बंधे पर पगडंडी बना दी गयी और उस रोड को और बेहतर के लिये तत्कालीन राजस्व मंत्री अंबिका चौधरी ने टोंस नदी थम्हनपुरा में पुल का निर्माण कराया और तत्कालीन मंत्री उपेंद्र तिवारी ने ग्रामीणों की मांग पर पक्का रोड बनवाया। यह रोड करीब 12 किमी तक है। इस रोड से सागरपाली, बलेजी, थम्हनपुरा, इंदरपुर, भिखारीपुर, अंजोरपुर, कोट, मंजरिया, इच्छा चौबे छपरा से बैरिया एनएच 31 तक के ग्रामीणों के लिये सडक का निर्माण कराया गया ताकि इन गांवों में शादी विवाह के लिये बरात आराम से पहुंच सके और छात्र गांव से शहर में आकर पढ़ाई कर सके।
लेकिन फेफना और चितबड़ागांव में चेकिंग से बचने के लिये बड़े वाहन इसी रोड से तेज गति से गुजरते है और रात के अंधरे में भी वाहनों को तेज गति से ले जाते है। ट्रैक्टर, ट्रक और सवारियों से भरी जीप भी इसी रास्ते से गुजरती है। 16 जून की रात जो घटना घटती लोग गर्मी से घरों के बाहर खड़े थे। इसी बीच तेज गति से चल रही डीसीएम ने अंजोरपुर, भिखारीपुर सहित कई गांवों के पास खड़े लोगों को रौंदते हुए निकल पड़ा।
ग्रामीणों ने जब पीछा किया तो ट्रक चालक पकड़ा गया। नहीं तो और न जाने कितने लोगों की जान लेता। घटना के बाद अस्पताल में गांव के लोगों की भीड़ लग गयी जिसमें तत्काल दो लोगों की मौत हो गयी। वहीं 17 जून को वाराणसी में इलाज के दौरान एक और युवक की मौत हो गयी। मौके पर पहुंचे विधायक संग्राम यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष आनंद चौधरी एसपी डा.ओमवीर सिंह, सीएमओ डा. संजीव बर्मन आदि पहुंच गये।

