Ballia : ज्ञानपीठिका की छात्रा बनीं गृह मंत्रालय में असिस्टेंट सेक्शन आफिसर, हुआ सम्मान

रोशन जायसवाल,
बलिया। ज्ञानपीठिका स्कूल की छात्रा शिवांगी सिंह गृह मंत्रालय दिल्ली में असिस्टेंट सेक्शन आफिसर बनी है। गुरूवार को ज्ञानपीठिका स्कूल में शिवांगी सिंह का सम्मान किया गया। इस अवसर पर शिवांगी के माता संजू देवी और पिता संतोष सिंह भी शामिल हुए। शिवांगी के आंखों में खुशी के आंसू उस वक्त छलक उठा जब वह अपने क्लासरूम में पहुंची।

बतातें चलें कि वर्ष 2016-17 में हाईस्कूल पास करके वह आरके मिशन स्कूल में 11वीं और 12वीं की शिक्षा ग्रहण की। वहां से शिक्षा लेने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी में उसनेे ग्रेजुऐशन किया। 2022 में वह गृह मंत्रालय में असिस्टेंट सेक्शन आफिसर बन गई। शिवांगी के उपलब्धि के पीछे पिता का सबसे महत्वपूर्ण रोल बताया गया। इस दौरान शिवांगी भावुक मुद्रा में दिखी और उन्होंने कहा कि उस क्षण को हम कभी नहीं भूल सकते जब लाकडाउन का वक्त था।

पिता जो कि प्राइवेट स्कूल में टीचर थे, और वेतन भी नहीं मिला था और उस कंडीशन में मुझे पढ़ाई भी करनी थी, तरह तरह की परेशानियां भी मेर परिजनों को झेलना पड़ा। फिर मैंने उसी दिन से संकल्प लिया कि मुझे जीवन में प्राइवेट नौकरी नहीं करनी है जबकि मैं नौकरी करूंगी तो सरकारी नौकरी करूंगी। क्योंकि प्राइवेट नौकरी में मेरे पिता ने आर्थिक दिक्कतों का सामना किया। इसलिये मेरी इच्छा उसी दिन से बढ़ गई कि मैं आत्मनिर्भर होकर सरकारी जाब करूंगी और मैंने उस लक्ष्य को पूरा किया। इस अवसर पर विद्यालय की डायरेक्टर रीना सिंह ने शिवांगी सिंह को सम्मानित किया।

कुशाग्र सिंह गुड़गांव में बने वित्तीय विश्लेषक
बलिया। कुशाग्र सिंह पुत्र रंगनाथ सिंह का स्वागत गुरूवार को ज्ञानपीठिका में किया गया। कुशाग्र सिंह अपने माता पिता के एकलौते पुत्र है। वह गुड़गांव में वित्तीय विश्लेषक है। इस मौके पर कुशाग्र के मां के आंखों से आंसू टपक पड़े। कुशाग्र ने कहा कि जीवन में हर चीज संभव है यदि मेहनत और लगन से काम किया जाए तो लक्ष्य पाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि निवेश, बजट और वित्तीय योजना जैसे क्षेत्रों में सलाह देते है। 2014-15 में 12वीं पास कर दिल्ली पढ़ने चले गये।

