Ballia : गंगा की लहरों ने बढ़ाई चिंता, स्कूल, कालेजों और गांवों तक पहुंचा पानी

हरेराम यादव,
मझौंवा (बलिया)। गंगा की लहरें अब रफ्तार पकड़ चुकी हैं। अमरनाथ मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय दुबे छपरा और पी.एन. इंटर कॉलेज दुबे छपरा के प्रांगण तक पानी पहुंच चुका है। वहीं, ग्राम पंचायत गोपालपुर और दुबे छपरा की अधिकांश सड़कों पर गंगा की धारा ने कब्जा जमा लिया है।
तेजी से बढ़ता जलस्तर अब राष्ट्रीय राजमार्ग-31 के किनारे की हरी-भरी फसलों को डुबोते हुए टेंगरही तक पहुंच गया है। गंगा का पानी अब ग्राम पंचायत जगदेवा की गलियों में भी प्रवेश कर चुका है। राष्ट्रीय राजमार्ग-31 से दया छपरा होते हुए मुरली छपरा (चिंतामणि राय टोला) जाने वाला संपर्क मार्ग पूरी तरह जलमग्न हो गया है। पानी अब रिहायशी बस्ती की ओर तेजी से बढ़ रहा है।
हालांकि फिलहाल नाव चलने लायक पानी नहीं है, लेकिन पैदल चलना भी मुश्किल होता जा रहा है। इस वजह से जगदेवा ग्राम पंचायत के चिंतामणि राय टोला, मुरली छपरा, पांडेपुर और रामपुर के ग्रामीणों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

भुवाल छपरा और चक्की नौरंगा के गलियों में घुसा पानी
उधर, गंगा उस पार स्थित नौरंगा भुवाल छपरा और चक्की नौरंगा की गलियों में भी गंगा का पानी घुस गया है। चक्की नौरंगा स्थित प्राथमिक विद्यालय, जहां बाढ़ चौकी स्थापित की गई थी और समाजसेवी सूर्यभान सिंह द्वारा लंगर चलाया जा रहा था, वह भी जलमग्न हो गया है। रविवार को किसी तरह भोजन तैयार कर बाढ़ पीड़ितों को विद्यालय के कक्ष में भोजन कराया गया। समाजसेवी सूर्यभान सिंह ने बताया कि रविवार शाम तक राहत शिविर को अन्यत्र स्थानांतरित किया जाएगा।
प्रति घंटे एक सेमी की रफ्तार से बढ़ रही गंगा
गायघाट गेज केंद्र के अनुसार, रविवार सुबह 10 बजे की बुलेटिन में गंगा का जलस्तर 59.39 मीटर पर दर्ज किया गया, जो प्रति घंटे 1 सेंटीमीटर की दर से बढ़ रहा है।
सुरक्षित स्थानों की तरफ पलायन कर रहे लोग
बाढ़ की गंभीरता को देखते हुए नौरंगा ग्राम पंचायत के बालेन्द्र ठाकुर, काशीनाथ शाह समेत दर्जनों ग्रामीणों ने अपने घरों का सामान सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि गंगा किनारे घर स्थित हैं और कटान तेज़ी से हो रही है। ऐसे में कब घर बह जाए, कहा नहीं जा सकता। लिहाज़ा सुरक्षा के तौर पर घर खाली करना मजबूरी बन गई है।

