Ballia : डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की सोच को आगे बढ़ा रही भाजपा : बोले उपेंद्र पांडेय

जनसंघ के संस्थापक को कार्यकर्ताओं ने किया याद
बलिया। भारतीय जनता पार्टी बेरुआरबारी मण्डल द्वारा जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर एक विशेष संगोष्ठी का आयोजन रविवार को बेरुआरबारी स्थित एक उत्सव गृह में किया गया। कार्यक्रम में जिला उपाध्यक्ष उपेंद्र पाण्डेय मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
अध्यक्षता मण्डल अध्यक्ष नितेश सिंह और संचालन मण्डल महामंत्री प्रकाश उपाध्याय ने किया। संगोष्ठी में डॉ. मुखर्जी के राष्ट्रहित में दिए गए योगदान को याद किया गया। विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाने के लिए उनके संघर्ष को श्रद्धापूर्वक स्मरण किया गया।

कार्यक्रम में डॉ. मुखर्जी का प्रसिद्ध कथन एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेंगे को याद किया गया। यह विचार आज भी देशभक्तों के लिए प्रेरणास्रोत बना हुआ है। मुख्य अतिथि श्री पाण्डेय ने कहा कि कानून पर संसदीय चर्चा के दौरान अनुच्छेद 370 का समर्थन कांग्रेस सरकार के करने के बाद श्री मुखर्जी सरकार से नाराज़ हो गए। नेहरू से मतभेद होने के बाद मुखर्जी कानून के विरोधी हो गए। उन्होंने संसद के अंदर और बाहर इसके खिलाफ लड़ाई लड़ी और भारतीय जनसंघ का एक लक्ष्य इसे निरस्त करना था। उन्होंने 26 जून 1952 को अपने लोकसभा भाषण में प्रावधान के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने अनुच्छेद के तहत व्यवस्थाओं को भारत का बाल्कनीकरण और शेख अब्दुल्ला के तीन-राष्ट्र सिद्धांत की संज्ञा दी। आज भाजपा उन्हीं की सोच को आगे बढ़ाते हुए कश्मीर में तीन सौ सत्तर हटाया है।
इस मौके पर मंडल उपाध्यक्ष राजेश सिंह, व्यापार मंडल के अध्यक्ष अप्पू सिंह, कुणाल सिंह, मनोज यादव, भजुराम राजभर, जवाहर चौहान, हरिओम सिंह, राकेश गुप्ता, दीपक सिंह, बसंत सिंह, महिला मोर्चा के अध्यक्ष रेखा सिंह, ममता सिंह आदि उपस्थित रहे।

