Ballia : बलिया के सपूत डॉ. रवि नाथ तिवारी को अमेरिका में मिला अंतरराष्ट्रीय सम्मान

बलिया। उत्तर प्रदेश की धरती पर जन्मे डॉ. रविनाथ तिवारी ने बलिया जिले का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है। प्रारंभिक शिक्षा और इंजीनियरिंग के बाद आठ वर्षों तक रिन्यूएबल एनर्जी में भिन्न भिन्न संस्था में काम किया। अपनी ज्ञान को और बढ़ाने के लिए उन्होंने उच्च शिक्षा के लिए यूरोप का रुख किया। उन्होंने फ्रांस के आईएनपी टूलूज़ से मास्टर्स डिग्री तथा इटली के यूनिवर्सिटी ऑफ जेनोवा से पीएचडी पूरी की, जहां उन्होंने कुछ समय पोस्टडॉक्टरल रिसर्चर के रूप में भी कार्य किया।
डॉ. तिवारी ने अब तक अंतरराष्ट्रीय जर्नलों में 15 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित किए हैं। वर्ष 2025 में अमेरिका के मेम्फिस शहर स्थित रेनेसांट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित प्रतिष्ठित एएसएमई अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन टर्बो एक्सपो 2025 में उन्हें इयरली कैरियर इंजीनियर अवार्ड से सम्मानित किया गया।
उनका शोध ज्यादातर टर्बाेमशीनरी तकनीक, जलवायु परिवर्तन, कार्बन उत्सर्जन में कमी, नवीन और अक्षय ऊर्जा के विकास पर केंद्रित है। डॉ. तिवारी का सपना केवल व्यक्तिगत उपलब्धियों तक सीमित नहीं है। वे अपने जनपद बलिया के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनका मानना है कि आज तक यहां केवल राजनीतिक विकास हुआ है, जबकि सामाजिक और युवा सशक्तिकरण की आवश्यकता है। वे युवाओं को रोजगार देने एवं उन्हें तकनीकी रूप से सशक्त बनाने के लिए प्रयासरत हैं, जिससे बलिया सहित प्रदेश और भारत सशक्त बने और भारत का नाम ऊंचा हो। डॉ. तिवारी 23 जून को न्यूयॉर्क से भारत लौट रहे हैं और 26 जून को प्रयागराज पहुंचेंगे, जहां उनके स्वागत के लिए त्रिभुवन पांडेय, हरीशचंद्र दुबे, गौरव, विजयानंद, दिनेश समेत कई लोग स्वागत समारोह में भाग लेंगे। वे प्रयागराज से कुछ ही दिनों बाद अपने पैतृक नगर बलिया का दौरा भी करेंगे।

