Ballia : स्वास्थ्य विभाग में लिपिक का कारनामा: 10वीं के एक साल बाद पास कर ली 12वीं की परीक्षा

बलिया। फर्जी भुगतान के मामले में जेल की हवा खा चुके सीएमओ कार्यालय में तैनात एक लिपिक का एक नया प्रकरण सामने आया है। संबंधित लिपिक ने मानव संपदा पोर्टल पर जो शैक्षणिक प्रमाण पत्र लगाया गया है, उसमें यूपी बोर्ड से हाईस्कूल की परीक्षा वर्ष 1984 में पास करना बताया गया है। जबकि इसके एक साल के बाद वर्ष 1985 में 12वीं की परीक्षा भी पास करने का प्रमाण पत्र दिया गया है। संबंधित लिपिक के द्वारा एनएचएम में पटल सहायक के पद पर तैनाती के दौरान तत्कालीन जिला लेखा प्रबंधक के साथ मिलकर 27 नवंबर 2019 को फर्जी संस्था के नाम पर 51. 86 लाख रुपये के फर्जी भुगतान कराने का भी प्रयास किया गया था। मामला संज्ञान में आने के बाद से तत्कालीन सीएमओ डा. प्रीतम मिश्रा ने लिपिक सहित चार लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया था।
जिसके बाद लिपिक को जेल भी जाना पड़ा, लेकिन जेल से आने के बाद फिर से लिपिक ने सीएमओ कार्यालय में तैनाती पा ली। वर्तमान में स्थापना का पटल इसी लिपिक के पास है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. संजीव वर्मन ने बताया कि विभाग में तैनात लिपिक का एक साल के अंतराल में 10वीं व 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने से जुड़ा प्रकरण सामने आया है। पूर्व व वर्तमान के मामले की जांच स्वयं अपर निदेशक और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा की जा रही है। निर्देश प्राप्त होने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

