Ballia : तेज धूप और गर्मी : बच्चों के खाने पीने को लेकर हो जाएं सावधान

बलिया। तेज धूप और गर्मी से लोगों की हालत खराब हो रही है। जिला अस्पताल में उल्टी-दस्त, सिर में दर्द, घबराहट के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। इमरजेंसी में लगे सभी 16 बेड हर समय फुल रहते हैं। इससे चिकित्सक मरीजों को 24 घंटे के बजाय 10-12 घंटे में घर जाने दे रहे हैं। जिला अस्पताल के ओपीडी में तेज धूप के कारण मरीजों की संख्या कम हो गई है। प्रतिदिन 1600 से 1700 तक मरीज आते थे। लेकिन शनिवार को सिर्फ 1106 मरीज पहुंचे। वहीं, इमरजेंसी में मरीज बढ़ गए हैं। इमरजेंसी में 132 मरीज आए।
जिसमें 35-40 मरीजों को सिर में दर्द, उल्टी-दस्त, घबराहट, पसीना अधिक आने और शरीर में पानी की कमी की दिक्कत रही। कई मरीजों का रक्तचाप भी ठीक नहीं मिला। चिकित्सक ने प्राथमिक इलाज के बाद राहत मिलने पर कई मरीजों को घर की छुट्टी कर दी। प्रभारी डॉ. आरडी राम ने बताया कि अधिक गर्मी से डायरिया और दूषित खानपान से पेट रोग की दिक्कत बढ़ गई है। ओपीडी की अपेक्षा इमरजेंसी में मरीज बढ़े हैं। भीड़ बढ़ने के कारण चिकित्सक लगातार राउंड कर मरीजों की जांच कर रहे हैं। राहत मिलने पर दवा देकर छुट्टी कर दी जा रही है। फिजिशियन डॉ. पंकज झा ने बताया कि धूप और गर्मी में काम करने वाले लोगों की हालत ज्यादा खराब हो रही है। ओपीडी में 288 मरीज आए, इनमें से 40 फीसदी को उल्टी-दस्त, बुखार, सिर में दर्द, पेट में दर्द, बेचैनी, पानी की कमी की दिक्कत की समस्या आ रही है।
बच्चों को खिला रहे ये चीजें तो हो जाएं सावधान
दूषित भोजन और शादी-समारोह में ओवर भोजन से पेट में दर्द, अपच और फूड पॉइजनिंग भी हो रही है। बालरोग विशेषज्ञ डॉक्टर अनुराग सिंह ने बताया कि तेज धूप, तपती गर्मी से निजात दिलाने के लिए यदि आप भी अपने बच्चे को बाहर से कटे फल, कुल्फी या आईसक्रीम, कोल्डड्रिंक पिला रहे हैं तो सावधान ये उन्हें बीमार कर सकती है। ओपीडी में इन दिनों 20 से 25 बच्चे डायरिया के लक्षण वाले आ रहे हैं। सफर के दौरान बोतल में दूध पिलाने से भी जल्द इन्फेक्शन हो जाता है। खानपान पर संयम व साफ सफाई रख कर बच्चों को स्वास्थ्य रख सकते हैं।
इन बातों का रखें ख्याल
जरूरी कार्य न हो तो सुबह 11 से दोपहर 5 बजे तक बाहर निकलने से बचें। घर से बाहर जाने से पहले नाश्ता करें, साथ में पानी लेकर जाएं। पूरी आस्तीन और सूती कपड़े पहनें, सिर को ढककर रखें। रक्तचाप के मरीज नियमित रक्तचाप जांचें, दवाएं बंद न करें। छाछ, लस्सी, नींबू पानी, आम का पना, नारियल पानी खूब पीएं। मैदा-तले भोजन से बचें, हरी सब्जी, सलाद और फल खाएं।

