Ballia : अचानक पुलिस कार्यालय पहुंचे अजय तिवारी, बोले, अपनी मर्जी से गया था

बलिया। चार मई की भोर में सुखपुरा थाना क्षेत्र के घोसवती गांव निवासी अजय तिवारी के हथियार के बल पर घर से हुए अपहरण मामले में सीसीटीवी फुटेज में 11 मई को ऑटो से घूमते व जूस पीते हुए अजय तिवारी को देखा गया है। इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए एसपी ओमवीर सिंह ने एसओजी समेत चार टीमें गठित किया था। पुलिस टीम ने सोमवार को अजय तिवारी को सकुशल बरामद कर लिया है।
पुलिस के अनुसार चार मई को सुखपुरा थाना अजय तिवारी के अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया था। अजय कुमार तिवारी की बरामदगी हेतु जगह जगह के सी.सी.टी.वी. फुटेज व इलेक्ट्रानिक माध्यम से तलाश की जा रही थी। इस क्रम में सोमवार को अपहृत अजय कुमार तिवारी पुलिस कार्यालय में स्वयं उपस्थित हुए, जहां पर उनके द्वारा स्पष्ट रूप से बताया गया कि मेरा कोई अपहरण नहीं हुआ था मै स्वयं से चला गया था और आज यहां स्वयं से उपस्थित हो गया हूं।
इनसेट
अजय तिवारी ने बतायी यह स्टोरी
अजय कुमार तिवारी द्वारा बताया गया कि 30 अप्रैल को मेरे लडके महामृत्युजंय तिवारी व मेरे परिजनों के साथ हुई मारपीट की घटना के सम्बन्ध में थाना सुखपुरा पर मुकदमा भी पंजीकृत है चूंकि एक गांव में रहने के चलते विपक्षियों द्वारा की जाने वाली मारपीट से मै व्यथित था जिसके कारण मैं तीन मई की रात अपनी पत्नी को बता कर मैं घर से निकल गया था। मैं घर से निकल कर पैदल ही खेत के रास्ते होते हुए बरवाँ से बलिया होते हुए गंगा जी के किनारे होता हुआ जमनिया चन्दौली बार्डर तक चला गया और बीच बीच में मुझे कही कोई खाना दे देता था तो मैं वही खा लेता था।
11 मई को मुझे अचानक चिंता हुई कि मैं घर से बाहर निकल गया हूँ मेरे परिवार वाले परेशान हो रहे होंगे इसलिए मैं पुनः अपनी मर्जी से जमनिया से ट्रेन पकडकर वापस बक्सर आया और बक्सर से आटों पकड़कर बलिया आया। बलिया से मैं नारायणपाली थाना गड़वार क्षेत्र में आया जहां पर मैं अपने कई परिचितों से मिला उनमें से कुछ परिचितों ने बताया कि आपके घर वालों ने अपहरण का मुकदमा थाना सुखपुरा पर लिखवाया है। तब मैं स्वयं पुलिस कार्यालय आया हूं।

