Ballia : 154 कटान पीड़ितों के खाते में शासन द्वारा एक करोड़ 15 लाख की भेजी गयी धनराशि

बाढ़ व कटान से पीड़ित परिवारों के मकान सरयू में हो गये थे समाहित
बांसडीह (बलिया)। बांसडीह तहसील क्षेत्र में सरयू के कटान की जद में आकर बेघर हो चुके पीड़ितों को शासन द्वारा 1 करोड़ 15 लाख की धनराशि उनके खाते में भेजी गयी है। बांसडीह क्षेत्र के टिकुलिया (भोजपुरवा ) में सरयू की लहरों के वेग में आकर विस्थापित हो चुके 159 पीड़ितों के लिए तहसील द्वारा शासन को डिमांड भेजी गयी थी, जिसके एवज में शासन द्वारा 154 पीड़ितों के खाते में 1 करोड़ 15 लाख की धनराशि भेजी गयी है। पूर्व में मुआवजा देने के बाद बाकी 159 पीड़ितों में 154 के खाते में उनकी मुआवजा राशि भेज दी गयी है। जबकि पांच पीड़ितों के खाते का संचालन बंद होने के कारण उनके खाते में धनराशि भेजी नहीं जा सकी है। अधिकारियों का कहना है कि सभी संबंधित बाढ़ पीड़ितों को इसकी सूचना दे दी गयी है की वे अपने खातों को अद्यतन करवा लें, ताकि उनके खातों में राहत के लिए भेजी गयी धनराशि आ सके। इस वर्ष भोजपुरवा के टिकुलिया दियर के बाढ़ व कटान से विस्थापित 261 परिवारों के मकान सरयू में समाहित हो गए थे। प्रशासन द्वारा चिन्हित परिवारों में प्रति मकान 1.20 लाख रुपये के हिसाब से देने थे। इसमें अब तक 54 लोगों को ही क्षतिपूर्ति दी गई थी। धनाभाव में 159 परिवारों की क्षतिपूर्ति रुकी हुई थी। इसे लेकर शासन को डिमांड भेजी गयी थी, जो अब भेज दी गयी है। चिन्हित परिवारों में प्रति मकान 1.20 लाख के हिसाब से अब तक 54 लोगों को मकान बनाने के लिए बाढ़ राहत सहयोग दिया गया था। इसके साथ ही क्षतिग्रस्त 9 कच्चे मकानों को प्रति मकान 1.20 लाख की धनराशि दी गयी थी। इसी क्रम में 11 झोपड़ी के मालिकों को 8 हजार रुपये प्रति झोपड़ी के हिसाब से दिये गये। 76 लाख 48 हजार कि धनराशि इन सभी बाढ़ से विस्थापित परिवारों के मुखिया के बैंक खाते में प्रेषित कर दी गयी थी। जबकि धनाभाव में 159 परिवारों को मिलने वाली सहायता राशि की 1.16 करोड़ रुपये की फाइल बजट के अभाव में अब तक रुकी थी। जिस कारण इन बचे हुए विस्थापित परिवार सहायता राशि की प्रतीक्षा कर रहे थे। इस संबंध में तहसीलदार बांसडीह निखिल शुक्ला ने बताया कि शासन द्वारा धन अवमुक्त होने के बाद सभी बाकी बचे विस्थापित परिवारों के मुखिया के बैंक खाते में धनराशि भेज दी गयी है। चार पांच लोगों के खाते का संचालन बंद होने के कारण उनकी धनराशि रुकी हुई है। जैसे ही उनके द्वारा खाते का संचालन शुरू होगा। उनकी सहायता राशि उनके खाते में पंहुच जाएगी।
विजय गुप्ता

