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Ballia : बलिया महोत्सव में झलकी बागी अस्मिता की चमक, गंगा सभागार में हुआ भव्य आयोजन

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स्थापना दिवस पर सजी सांस्कृतिक संध्या, कलाकारों की प्रस्तुतियों ने मोहा मन
परिवहन मंत्री बोले, “बलिया का गौरव इतिहास हमेशा रहेगा अमर”

बलिया। बलिया स्थापना दिवस के अवसर पर शनिवार की रात गंगा बहुउद्देशीय सभागार में ‘बलिया महोत्सव’ का भव्य शुभारंभ हुआ।

परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने जिलाध्यक्ष संजय मिश्रा, महिला आयोग की सदस्य सुनीता श्रीवास्तव और पूर्व मंत्री नारद राय के साथ भारत माता के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर सभागार देशभक्ति और बलिया की अस्मिता के नारों से गूंज उठा।

गणेश यादव की गणेश वंदना से कार्यक्रम की शुरूआत
कार्यक्रम की शुरुआत गणेश यादव की गणेश वंदना से हुई, जिसने वातावरण को श्रद्धा और उत्साह से भर दिया।

इसके बाद मंच पर पहुंचे ददरी मेला के थीम सॉन्ग ‘जय हो, जय हो बागी बलिया’ गाने वाले प्रसिद्ध गायक प्रणव सिंह कान्हा, जिन्होंने अपने जोशभरे गीतों से दर्शकों में ऊर्जा का संचार कर दिया। प्रयागराज से आई दीपशिखा और उनकी टीम ने पारंपरिक ‘डेढ़िया नृत्य’ प्रस्तुत कर सबका दिल जीत लिया।

सिंगर सन्नी पांडेय ने बांधा शमा
सिंगर सन्नी पांडेय ने अपने सुरों से ऐसा माहौल बनाया कि पूरा सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। कार्यक्रम में बीच-बीच में “भृगु बाबा की जय” के नारों से माहौल भक्तिमय और जोशीला बना रहा। वहीं गुलाब देवी कॉलेज की छात्राओं ने ‘बागी बलिया’ गीत पर मनमोहक नाट्य प्रस्तुति दी, जिसने दर्शकों को इस धरती के गौरवशाली इतिहास की याद दिला दी।

बलिया का इतिहास हमेशा प्रेरणास्रोत रहेगा: दयाशंकर सिंह
मुख्य अतिथि परिवहन राज्यमंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि एक नवंबर 1879 के दिन बलिया जनपद की स्थापना गाजीपुर से अलग होकर हुई थी। प्राचीन काल बलिया महर्षि भृगु की तपोस्थली रही तो महादानी बलि की जन्मस्थली भी है। आजादी के महानायक मंगल पांडेय जी व आजादी के पहले बलिया को सबसे पहले आजाद कराने वाले चित्तू पांडेय भी इसी धरती पर पैदा हुए। व्यवस्था परिवर्तन करने वाले जयप्रकाश नारायण व इच्छाशक्ति के धनी पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर की धरती यही है।

साहित्य के क्षेत्र में हजारी प्रसाद द्विवेदी, परशुराम द्विवेदी ऐसे दर्जनों लोग जिनका दुनिया में एक अलग व्यक्तित्व रहा, बलिया में पैदा हुए। राजनीति के क्षेत्र में बंगाल से गोवा तक ऐसा कोई राज्य नहीं जहां बलिया के लोग स्थापित न हों। कहा आज पूरे भारत में बलिया के लोग उच्च पदों पर आसीन हैं जिन्हें अगले कार्यक्रम में आमंत्रित कर उन्हें बलिया रत्न से नवाजा जाएगा। कहा महोत्सव का आयोजन रामलीला मैदान में होना था लेकिन बारिश के चलते स्थान बदलना पड़ा। यह आयोजन बलिया के अस्मिता से जुड़ा है जिसे हर वर्ष भव्यता के साथ मनाया जाएगा।

कार्यक्रम में इनकी रही उपस्थिति
कार्यक्रम में जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह, पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह, मुख्य राजस्व अधिकारी त्रिभुवन, नगर अध्यक्ष सोनी तिवारी, महिला आयोग सदस्य सुनीता श्रीवास्तव, पूर्व मंत्री नारद राय, जिलाध्यक्ष संजय मिश्रा समेत अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी, शिक्षाविद और नागरिक बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

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