Ballia : पीईटी साल्वर गैंग का सरगना निकला बांसडीह सीएचसी का संविदा चिकित्सक, लखनऊ में गिरफ्तारी के बाद क्षेत्र में हड़कम्प

बांसडीह (बलिया)। लखनऊ में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित (पीईटी) की परीक्षा में साल्वरों को बैठाने वाले गिरोह का सरगना बांसडीह सीएचसी में संविदा पर तैनात एमबीबीएस डॉ अमित गुप्ता एक चिकित्सक के रूप में भी स्थानीय तौर पर काफी बदनाम था। उसके भ्रष्टचार शिकायत लेकर स्थानीय लोगों द्वारा कई बार एसडीएम से लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी तक शिकायत जा चुके हैं। इसके बावजूद वह शासनादेश की धज्जियां उड़ाते हुए धड़ल्ले से मरीजों को बाहर की दवाएं और जांच लिखता था। इसे लेकर उस पर चिकित्सा अधीक्षक से लेकर किसी भी अधिकारी का कोई अंकुश नही था।
चिकित्सकों की कमी व अस्पताल के संचालन के कारण अधीक्षक भी उसकी हरकतों की अनदेखी करते थे। इसके साथ ही उसके मरीजों के साथ आये तीमारदारों से भी अक्सर नोकझोंक होती रहती थी। क्योंकि वह मरीज को दवा खरीदने और जांच करवाने के लिए दुकान का नाम लेकर बताता था कि वहीं से दवा लेना है। ऐसे में यदि तीमारदारों ने कहीं और से दवा खरीद लिया या जांच करवा दी तो वह दवा सही नहीं और रिपोर्ट गलत बताकर फेंक देता था।

उसकी इन हरकतों से बांसडीह सीएचसी में अराजकता का माहौल बना हुआ था। सोमवार को लखनऊ में पीईटी परीक्षा में साल्वरों को बैठाने के मामले में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये जाने के बाद अब बांसडीह क्षेत्र में इस डॉक्टर की चर्चा जोरों पर है। एक तरफ जहां लोग इसके कारनामे अपनी जुबानी बता रहें हैं। वहीं सोशल मीडिया पर भी इसकी कार्यप्रणाली की जोरो से चर्चा हो रही है।
बीते एक सप्ताह से सीएचसी से गायब था चिकित्सक
बांसडीह। सॉल्वर गैंग का सरगना आरोपी डॉ अमित गुप्ता बीते चार सितंबर से सीएचसी बांसडीह से बिन बताए गायब है। सीएचसी के उपस्थिति पंजिका में डॉ गुप्ता के हस्ताक्षर तीन सितंबर तक बने हुए है। अस्पताल के कर्मियों ने बताया कि डॉ गुप्ता बीते एक सप्ताह से अवकाश लिए बिना ही गैर हाजिर चल रहे थे। सीएचसी के अधीक्षक ने डॉ प्रणय कुणाल सिंह ने बताया कि डॉ अमित गुप्ता द्वारा अवकाश के लिए कोई आवेदन नहीं दी गई थी। वह बीते छः दिनों से अस्पताल नहीं आ रहे थे।

