Ballia : डांडिया पर प्रशासन का पहरा, निराश दिखीं महिलाएं

आयोजक ने शपथ पत्र के साथ मांगा था परमिशन, अधिकारियों ने नहीं दी अनुमति
रोशन जायसवाल,
बलिया। नगर से सटे रामदहिनपुरम स्थित आदर्श वाटिका में बलिया बिट्स द्वारा आयोजित डांडिया नाइट का आयोजन किया गया था। इसमें करीब चार सौ महिलाएं हाथ में डांडिया लेकर सजधज कर पहुंचीं हुई थी। महिलाओं ने दुर्गा पूजा की इसके बाद जब वे डांडियां गीत पर नृत्य करने के लिये पहुंची तो इसी बीच पुलिस के जवान पहुंचकर कार्यक्रम को बंद करा दिया।
जब आयोजन मंडल ने पूछा कि कार्यक्रम को क्यों बंद कराया जा रहा है तो पुलिस ने बताया कि सीओ और कोतवाल का सख्त निर्देश है। सवाल उठा परमिशन का तो आयोजन मंडल ने कहा कि परमिशन के लिये सबसे पहले सिटी मजिस्ट्रेट के पास पहुंचे, इसके बाद जिलाधिकारी के पास, फिर अंत में सीओ सिटी के पास लेकिन परमिशन नहीं दिया गया।

आयोजकों ने कहा कि मुख्यमंत्री का आदेश था कि अगर कोई शपथ पत्र के साथ नवरात्रि पर भक्ति कार्यक्रम आयोजित करना चाहता है तो करा सकता है। लेकिन जिला प्रशासन पता नहीं किसके डर भय से कार्यक्रम को नहीं होने दिया। इसके चलते महिलाओं को वापस जाना पड़ा। आयोजन समिति की तरफ से गरबा के लिये बनारस से कलाकारों को भी बुलाया गया था। आयोजन स्थल को दुल्हन की तरह सजाया गया था। लेकिन कार्यक्रम नहीं होने से आयोजक मंडलों और महिलाओं में निराशा का माहौल रहा।
आयोजकों ने परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, जिलाध्यक्ष संजय मिश्रा, नगर अध्यक्ष सोनी तिवारी, महिला राज्य आयोग की सदस्य सुनीता श्रीवास्तव से बात की लेकिन उसके बाद भी अधिकारियों ने नहीं सुनी। जबकि नगर से सटे गड़वार रोड पर एक उपवन में डांडिया का कार्यक्रम हुआ। इसके अलावा आजमगढ़, बनारस व अनपरा जैसे जगहों पर भी डांडिया का कार्यक्रम चला। लेकिन बलिया में डांडिया के लिये प्रशासन ने परमिशन नहीं दिया।
मोबाइल से डांडिया गीत लगाकर सुनतीं रहीं महिलाएं
बलिया। महिलाओं ने कहा कि हिंदुओं का सबसे बड़े पर्वों में नवरात्र माना जाता है। देश व प्रदेश में भाजपा सरकार है लेकिन फिर भी प्रशासन ने डांडिया कार्यक्रम को रोक दिया। यहीं नहीं पुलिस के जवान कार्यक्रम रोकने के लिये पूरी ताकत लगाये हुए थे। ऐसा नहीं होना चाहिए था।

