Ballia : मेला का पहला संडे आज, दुकानदारों को उम्मीद, रंगत पकड़ने लगा ऐतिहासिक ददरी मेला

बलिया। कार्तिक पूर्णिमा से शुरू हुआ ऐतिहासिक ददरी मेला अब धीरे-धीरे अपनी रौनक और रंगत में लौटता दिख रहा है। शनिवार को मेला परिसर में व्यापारियों की चहल-पहल बढ़ गई। दुकानदार अपनी दुकानों को सजाने-संवारने में जुटे रहे, ताकि रविवार के पहले संडे पर खरीदारों की भीड़ का पूरा फायदा उठा सकें।

हालांकि, मेले में अभी भी कुछ व्यवस्थागत कमियां बनी हुई हैं। प्रकाश व्यवस्था अधूरी है, कई जगहों पर उबड़-खाबड़ रास्ते लोगों की परेशानी बढ़ा रहे हैं, और पेयजल की पर्याप्त सुविधा नहीं हो पाई है। इसके बावजूद प्रशासनिक टीम मेले को व्यवस्थित करने में दिन-रात जुटी हुई है। उम्मीद जताई जा रही है कि रविवार तक मेला पूरी तरह तैयार हो जाएगा।
मुख्य चौराहा बन रहा आकर्षण का केंद्र
प्रशासन की ओर से मेला क्षेत्र के मुख्य चौराहे को आकर्षक बनाने का कार्य तेज़ी से चल रहा है। मजदूर लगातार सजावट, लाइटिंग और रंगाई-पुताई में लगे हुए हैं। अधिकारी चाहते हैं कि इस बार आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक ददरी मेले की एक बेहतर और सुंदर झलक देखें।

व्यापारियों को राहत की उम्मीद
मेला मार्ग के कई हिस्सों को समतल कर दिया गया है, लेकिन कुछ स्थानों पर अब भी रास्ते खराब हैं, जिससे व्यापारियों को वाहन से माल लाने में मुश्किलें हो रही हैं। फिर भी, दुकानदारों को उम्मीद है कि रविवार को लोगों की भीड़ उमड़ेगी और बिक्री में तेजी आएगी।
झूले और झरने बनेंगे आकर्षण का केंद्र
मनोरंजन के लिए मेले में झूले खड़े होने लगे हैं। संचालक रविवार तक हर हाल में झूले चालू करने की तैयारी में जुटे हैं। वहीं, बच्चों और युवाओं को लुभाने के लिए जलपरी झरना शो की भी तैयारी पूरी कर ली गई है। शो के लिए बड़ा जार ट्रक से पहुंच चुका है, जिसे लगाने का काम जारी है।
रौनक लौटने को तैयार ददरी मेला
कुल मिलाकर, वर्षों पुरानी इस आस्था और व्यापार की परंपरा को जीवित रखने वाला ददरी मेला अब रंगत में आने लगा है। रविवार को जब लोग परिवार संग सैर-सपाटा करने पहुंचेंगे, तो मेला मैदान में रंग-बिरंगी रोशनी, बच्चों की किलकारियों और व्यापारियों की पुकारों से पूरा वातावरण गूंज उठेगा।
11 नवंबर को होगा जिला केशरी और खेलकूद
ददरी मेले में होने वाले जिला केशरी व खेलकूद कार्यक्रमों की घोषणा प्रशासन ने कर दी है। 11 नवंबर को जिला केशरी का आयोजन किया गया है। खेलकूद में 12 नवंबर को वालीबाल, 13 को हाकी व 14 को फुटबाल का खेला होगा।
वहीं ऐतिहासिक ददरी मेला में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की तिथि घोषित हो गई है। भारतेंदु कला मंच पर 14 नवंबर से संत समागम होगा। वहीं 16 नवंबर को भोजपुरी नाइट्स, 18 को लोकसंगीत, 20 को मुशायरा, 23 को लोकनृत्य एवं लोक गायन, 24 को बलिया नाइट्स, 26 को कामेडी नाइट्स, 28 को कवि सम्मेलन व 30 नवंबर को बालीबुड नाइट्स के साथ कार्यक्रमों का समापन होगा।

