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Ballia : ‘तेल बेचने’ से लेकर ‘मालवीय परिवार’ तक, मंत्री-विधायक आमने-सामने

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बलिया। उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह और बसपा के इकलौते विधायक उमाशंकर सिंह के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर झंडारोहण के बाद मीडिया से बातचीत में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने विधायक उमाशंकर सिंह पर व्यक्तिगत टिप्पणी करते हुए कहा कि उमाशंकर के पिता मिट्टी का तेल बेचते थे, जबकि मैं बलिया के मालवीय कहे जाने वाले मैनेजर सिंह का भांजा हूं।

जेल पर सवाल पूछे जाने पर भड़के मंत्री
मीडिया द्वारा बलिया में जेल न होने का सवाल पूछने पर दयाशंकर सिंह नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि जेल की जमीन पर स्वतंत्रता सेनानी चित्तू पांडेय का स्मारक बनाया गया है। साथ ही मीडिया को नसीहत देते हुए बोले कि “बलिया का स्वतंत्रता संग्राम में बड़ा योगदान है, आप लोग पॉजिटिव दिखाइए, सिर्फ नेगेटिविटी पर मत जाइए।

पुल विवाद से बढ़ा तनाव
दोनों नेताओं के बीच टकराव की असली वजह कटहर नाले पर बना नया पुल है। एनएचआई द्वारा पुल का निर्माण कराया गया, लेकिन पीडब्ल्यूडी ने बिना अनुमति और मंत्री दयाशंकर सिंह को जानकारी दिए बिना उस पर आवागमन शुरू करा दिया। इससे नाराज होकर मंत्री मौके पर पहुंचे और पीडब्ल्यूडी एक्सईएन केसरी प्रकाश को सड़क पर ही कड़ी फटकार लगाई।
दयाशंकर सिंह ने कहा हम लोगों को सूचना क्यों नहीं दिए? जानबूझकर ऐसा कर रहे हो। कुछ भी करोगे और हमें नहीं बताओगे? तुम यहां से चुनाव लड़ने वाले हो क्या? बसपा टिकट देने वाली है तुम्हें।

उमाशंकर सिंह का पलटवार
मंत्री के आरोपों का जवाब देते हुए बसपा विधायक उमाशंकर सिंह ने कहा “अगर हम आरोप लगाने और प्रमाण देने लगें तो किसी को छुपने की जगह नहीं मिलेगी। हम पर लगाए गए आरोप निराधार हैं। पुल से शिकायत है तो मंत्री जी भारत सरकार से बात करें, यह नेशनल हाईवे का मामला है।

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