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Ballia : भू-राजस्व अभिलेखों में गोंड अंकित है फिर भी जाति बदलने पर तुले लेखपाल व तहसीलदार

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बलिया।
विशेष सचिव उ.प्र. समाज कल्याण अनुभाग-3, शासनादेश 2 दिसम्बर 2024 द्वारा मा.प्रमुख सचिव समाज कल्याण अनुभाग-3, शासनादेश 3 नवम्बर 2021 द्वारा दिये गये दिशा दिर्नेश का कड़ाई से अनुपालन करने का निर्देश दिया गया है का अनुपालन कराने की मांग को लेकर आल गोंडवाना स्टूडेन्ट्स एसोसिएशन (आगसा) के नेतृत्व में बलिया सदर मॉडल तहसील पर आदिवासी जनजाति गोंड समुदाय के छात्र नौजवानों का जाति प्रमाण-पत्र निर्गत होने तक अनिश्चितकालीन धरना 6 फरवरी 2025 को 11वें दिन जोरदार प्रदर्शन के साथ जारी रहा। आगसा के अध्यक्ष मनोज शाह ने कहा कि अंग्रेजी सरकार में बलिया जिले में निवास करने वाली गोंड जाति की जनगणना ट्राइब में की गयी है। उस समय के थानों पर स्थित जन्म-मृत्यु रजिस्टर फौती में भी गोंड ही अंकित है। आजादी के पूर्व के भू- राजस्व अभिलेखों यथा 1290, 1324, 1345, 1356, 1359 फसली में स्पष्ट रूप से गोंड अंकित है इसके बावजूद भी भारत के राजपत्र संविधान शासनादेश की घोर अवमानना करते हुये, मनगढ़ंत गलत आख्या लगाकर आदिवासी जनजाति गोंड की जाति बदलने का षडयंत्र कर रहे हैं लेखपाल व तहसीलदार जिन पर संविधान द्रोह भारत के राजपत्र का द्रोह, एससी/ एसटी उत्पीड़न एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कर कार्यवाही की जानी चाहिए! आगे कहा कि 1942 अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान बैरिया थाने पर अमर शहीद रामजन्म गोंड के स्वतंत्रता संग्राम गाथा से प्रेरणा लेकर गोंड समुदाय के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए अंतिम दम तक संघर्ष जारी रहेगा। धरना को प्रमुख रूप से विशेश्वर गोंड, प्रमोद गोंड, रोशन गोंड, सुमेर गोंड, अरविंद गोंडवाना, सोनू गोंड, संतराज गोंड, गौरी शंकर गोंड ललन गोंड हरिशंकर गोंड शिवजी गोंड, अमित शाह, रामचंद्र गोंड, बच्चा लाल गोंड, विक्रम गोंड, रघुनाथ गोंड, ने भी संबोधित किया।

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