Ballia : बेटे के इलाज को लेकर संकट में पिता, सबकुछ भूल गया है नवीत

बैरिया (बलिया)। क्षेत्र के श्रीनगर गांव के निवासी 16 वर्षीय किशोर के इलाज को लेकर परिवार लोग परेशान है। उन्हें ये नहीं सूझ रहा हैं कि वे इस बच्चे का इलाज कराये भी तो कैसे। दरअसल श्रीनगर निवासी विनोद वर्मा का 16 वर्षीय पुत्र नवीत वर्मा घर की आर्थिक हालत अच्छी न होने की वजह से अपने गांव के एक दोस्त के बुलावे पर मुंबई काम करने गया था।
वहां पर दुधिया सिंथेटिक लिमिटेड कम्पनी में कंटेक्टर के अंडर में काम करता था। 12 नवंबर की रात में लगभग 9 बजे भिवंडी में जहां लेबर रहते रहते थे। वहां तिन मंजिला बिल्डिंग के रेलिंग से नीचे गिर गया। उसके साथियों ने उसे भिवंडी के एक निजी अस्पताल में पहुचाया तथा कम्पनी के कंटेक्टर को घटना की सूचना दिया। कंटेक्टर ने प्राथमिक उपचार कराकर उसे गांव भेज दिया। गांव पर अपने घर जब नवीत पहुंचा उसकी हालत देख परिवार के लोंगो को सांप सूंघ गया। नवीत के शरीर का अंग काम नहीं कर रहा है। उसका एक तरफ का अंग पैरलाइस हो गया हैं। उसकी मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं हैं। नवीत के पिता विनोद वर्मा एक बहुत छोटे किसान हैं।
उन्होंने बताया कि महंगा इलाज कराना उनके बस की बात नहीं है। 16 दिसम्बर को वे अपने लड़के को लेकर बीएचयू गये थे। वहां के चिकित्सकों ने उन्हें दवा दिया है। चिकित्सकों का कहना है कि जब चेतना वापस आएगी तब आगे का इलाज किया जायेगा। हालांकि इलाज के बाद बच्चा अब कुछ कुछ बोल रहा हैं, परंतु उसका यादास्त पूरी तरह नहीं लौटी हैं। विनोद वर्मा के चार बच्चों में नवीत दूसरे नम्बर पर है। अभी दो बच्चे छोटे छोटे हैं। फिलहाल परिवार के लोंगो आर्थिक सहयोग की जरूरत है ताकि उनके बेटे का माकूल इलाज हो सके।इलाज के लिए परिजन चिन्तित है।

