Ballia : अधूरा पड़ा लोहिया मार्केट, अब गुदरी बाजार में शापिंग काम्प्लेक्स बनाने की हो रही तैयारी

रोशन जायसवाल
बलिया। करीब 18 सालों से निर्माणाधीन लोहिया मार्केट को सरकार चालू नहीं करा सकी है। अब गुदरी बाजार चावल मंडी को शापिंग काम्पलेक्स बनाने की तैयारी शुरू हो गयी है। मजे की बात यह है कि इसके पूर्व नगरपालिका परिषद ने जनता मार्केट को एक बेहतरीन मार्केट बनाने का सपना देखा जो कार्यालय तक सीमित रह गया। जिससे दुकानदारों को कोई स्थान नहीं मिला। और इंदिरा मार्केट को भी नगरपालिका ने बनवाया जो अलमारी, कुलर की दुकानों तक सीमित रह गया और यहां अलमारी, कुलर बनाने की दुकानें चलने लगी। अब बलियावासियों को शापिंग काम्पलेक्स का सपना दिखाया जा रहा है।

लोहिया मार्केट 2005 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव, नगर विकास मंत्री आजम खां और नगर विकास राज्यमंत्री नारद राय व नगरपालिका अध्यक्ष लक्ष्मण गुप्ता द्वारा लोहिया मार्केट का शिलान्यास किया गया था। दो साल बाद लोहिया मार्केट बनकर तैयार हो गया। लेकिन 18 साल के बाद भी लोहिया मार्केट व्यापारियों को समर्पित नहीं हो पाया। अब गुदरी बाजार में स्थित चावल मंडी को शापिंग काम्प्लेक्स बनाने की कवायद की जा रही है। वैसे पहले से इसमें संजय मार्केट, गुड़ पट्टी और चावल मंडी चलती है। अब इसके स्थान पर काम्प्लेक्स बनाने की तैयारी हो रही है।
करीब 80 हजार वर्गफीट में निर्माण होगा। नीचे पार्किंग और उपरी तल पर बैंकवेट हाल बनेगा। पिछले दिनों प्रशासन की ओर से बैठक में सीआरओ त्रिभुवन और ईओ सुभाष सहित कई अधिकारियों के बीच यह तय हुआ कि इन जगहों पर शापिंग काम्प्लेक्स बनाया जाएगा। 28 अप्रैल को जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने इसका स्थलीय निरीक्षण भी किया। इसके पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष संत कुमार मिठाई लाल ने शापिंग काम्प्लेक्स का सर्वे भी कराया। इस मंडी में नगरपालिका द्वारा निर्मित करीब 150 दुकानें है जो जर्जर हो चुकी है। शापिंग काम्प्लेक्स का नक्शा भी बन रहा है।
अटल मार्केट के नाम से बनेगा शापिंग काम्प्लेक्स
बलिया। नगरपालिका परिषद संत कुमार ने बताया कि शापिंग काम्प्लेक्स को पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से अटल मार्केट बनाया जाएगा। इसकी तैयारी जोरशोर से हो रही है।
पुराने दुकानदारों को दी जाएगी प्राथमिकता
निकाय प्रभारी/सीआरओ त्रिभुवन ने बताया कि गुदरी बाजार में स्थित संजय मार्केट, गुड़ पट्टी और चावल मंडी के दुकानदारों से वार्ता कर उनकी सहमति ली जाएगी। शापिंग काम्प्लेक्स बनने पर पुराने दुकानदारों को प्राथमिकता के आधार पर दुकानें आवंटित की जाएगी। जबकि शेष बची दुकानों को लाटरी के माध्यम से आवंटित किया जाएगा।

