Ballia : मां के प्यार का जश्न: पिनैकल टेक्नो स्कूल में मदर्स डे का रंगारंग समारोह

बलिया। मां तेरी ममता की छांव में हम बड़े हुए, तेरी दुआओं से ही हमने जीवन का सफर तय किया। मातृ दिवस पर किसी ने मां के लिए गुलदस्ता बनाया तो किसी ने मां की ममता को शब्दों में पिरोया कोई मां की दी सीख को साझा करता दिखा तो किसी ने मां को भगवान की बनाई सबसे सुंदर चीज बताया। यह नजारा भृगु आश्रम स्थित पिनैकल टेक्नो स्कूल के प्रांगण में देखने को मिला।
मंच पर माता की खुशी और बच्चों की तालियों की गड़गड़ाहट देखकर हर किसी का दिल खुश हो गया। कार्यक्रम में माताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जिससे समारोह में चार चांद लग गया। मौका था मदर्स-डे सेलिब्रेशन का। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर तथा दीप प्रज्वलित कर किया गया। बच्चों ने मां सरस्वती शारदे सरस्वती वंदना के बाद विभिन्न कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। बच्चों ने मनमोहक नृत्य-संगीत से माताओं को मुग्ध कर दिया। बच्चों ने अपनी-अपनी माताओं को गुलाब का फूल देकर उनकी आरती किया।

बच्चों ने अपनी मां के लिए प्यारे-प्यारे गीत पर डांस की प्रस्तुति कर खूब वह वाही लूटी। इस दौरान केक काटा गया बच्चों ने भाषण कविताओं और कार्ड के माध्यम से अपनी माता के साथ सेल्फी रिल्स बनाई जिसे एक सुंदर माला में पिरोकर विद्यालय के मंच पर दिखाया गया। विद्यालय में सभी माता के लिए म्यूजिकल चेयर और भी कई तरह के प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर विद्यालय में कक्षा चौथी से आठवीं तक के बच्चों की माताओं ने अपनी विशिष्ट उपस्थिति दर्ज कराई। बच्चों की प्रस्तुति देखकर कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोग भाव विभोर हो गए। वही स्कूल प्रबंधन ने बच्चों की माताओं का सम्मान कर उन्हें गिफ्ट देकर कार्यक्रम को और खास बना दिया। मंच का संचालन दिशा,दिव्यांगना, मानसी, ओजस्वी ने किया।
माताओं के प्रति आभार व्यक्त करने का अच्छा मौका
स्कूल के निदेशक प्रवीण पाण्डेय ने कहा कि मदर्स डे का यह अवसर हमें अपनी माताओं के प्रति आभार व्यक्त करने का एक अच्छा मौका देता है। माताएं हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और हमें उनके महत्व को समझना चाहिए। मां पहले गुरु होती है जिन्होंने हमें चलना बोलना और प्यार करना सिखाए वह हमारे लिए त्याग की मूर्ति है जो हमारी खुशियों में खुश होती है। गीतेश पाण्डेय ने कहा कि मदर्स डे हर इंसान के लिए एक विशेष दिन है क्योंकि यह हमें हमारी एकमात्र दुनिया मां को उसके प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद कहने का मौका देती है जो उसने पूरी जिंदगी दी है।
स्कूल की प्रिंसिपल प्रियंका पाण्डेय ने कहा कि मां का प्यार और समर्थन ही बच्चों के विकास की कुंजी है। हमें अपने माता के प्रति हमेशा आभारी रहना चाहिए। मां शब्द जितना छोटा है उसका महत्व उतना ही ज्यादा है। अंत मे निदेशक ने कार्यक्रम को सफल पूर्वक कराने पर स्कूल के शिक्षक और छात्रों के योगदान की सराहना की।

