Asarfi

Ballia : घरेलू गैस सिलेंडरों का 60 प्रतिशत हो रहा अवैध इस्तेमाल : बोले अक्षय मिश्रा

width="500"

ग्राहक दक्षता कल्याण फाउंडेशन ने की प्रेसवार्ता
बलिया।
ग्राहक दक्षता कल्याण फाउंडेशन ने घरेलू गैस सिलेंडरों के अवैध इस्तेमाल और इसके गंभीर परिणामों का खुलासा करते हुए प्रशासन से ठोस कदम उठाने की मांग की है। बलिया में आयोजित एक प्रेस वार्ता में फाउंडेशन ने बताया कि 60 प्रतिशत घरेलू गैस सिलेंडरों का इस्तेमाल व्यावसायिक गतिविधियों और एलपीजी वाहनों में किया जा रहा है। इससे सरकार को जीएसटी राजस्व का बड़ा नुकसान हो रहा है और साथ ही लोगों की जान को भी खतरा है।

अवैध इस्तेमाल और खतरनाक परिणाम
फाउंडेशन के जनसंपर्क अधिकारी अक्षय मिश्रा ने बताया कि घरेलू गैस सिलेंडर, जो सुरक्षित और पर्यावरण अनुकूल ईंधन है, का अवैध रूप से व्यावसायिक स्थानों और वाहनों में उपयोग किया जा रहा है। 14.2 किलो के सिलेंडरों का 35 प्रतिशत हिस्सा व्यावसायिक स्थानों पर खपत हो रहा है। 70 प्रतिशत वाहनों में घरेलू सिलेंडरों से गैस भरने का अवैध कार्य किया जा रहा है। पिछले 10 वर्षों में इस तरह के सिलेंडर उपयोग के कारण 65 लोगों की जान गई और कई बड़ी दुर्घटनाएं हुईं।

फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन सोलंके ने कहा कि देशभर में जन जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। बलिया में प्रेस वार्ता के दौरान यह भी बताया गया कि कमर्शियल गैस सिलेंडरों की महंगाई के कारण लोग घरेलू सिलेंडरों का दुरुपयोग कर रहे हैं। ग्राहक दक्षता कल्याण फाउंडेशन ने जोर देकर कहा कि घरेलू गैस सिलेंडरों का दुरुपयोग रोकने के लिए प्रशासनिक स्तर पर ठोस कार्रवाई की जाए। इससे न केवल दुर्घटनाओं को रोका जा सकेगा, बल्कि सरकार को राजस्व का फायदा होगा।

उज्ज्वला योजना का दुरुपयोग
फाउंडेशन ने बताया कि उज्ज्वला योजना के तहत लाभार्थियों को सब्सिडी पर दिए गए सिलेंडरों का पूरा उपयोग नहीं हो रहा है। जो सिलेंडर बचते हैं, उनकी कालाबाजारी की जा रही है।

सरकार को भारी नुकसान
घरेलू सिलेंडर पर 5 प्रतिशत जीएसटी है, जबकि व्यावसायिक सिलेंडरों पर 18 प्रतिशत है। अवैध गतिविधियों के कारण सरकार को हर साल कई करोड़ रुपये के जीएसटी का नुकसान हो रहा है।

फाउंडेशन की मांग
घरेलू गैस सिलेंडरों में क्यूआर कोड ट्रैकिंग लागू हो। प्रशासन अवैध गतिविधियों पर कार्रवाई करे। राज्य और जिला स्तर पर सतर्कता समितियों को सक्रिय किया जाए।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *