Ballia : गंगा का रौद्र रूप: गंगा कटान से चक्की नौरंगा गांव पर संकट, पांच और मकान गंगा में विलीन

शिवदयाल पांडेय मनन,
बैरिया (बलिया)। गंगा का जलस्तर स्थिर होने के बावजूद गंगा उस पार चक्की नौरंगा में गुरुवार को पांच और लोगों का पक्का मकान के जद में आकर गंगा में विलीन हो गया। अब चक्की नौरंगा गांव में मात्र 12 लोगों का मकान ही शेष बचा है। अगर कटान इसी तरह जारी रहा तो अगले दो-तीन दिनों में चक्की नौरंगा गांव का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। गुरुवार को जिन लोगों का पक्का मकान गंगा में विलीन हुआ है। उसमें मनोज ठाकुर, पवन ठाकुर, सुधीर ठाकुर, सुनील ठाकुर, राजकुमारी देवी का मकान शामिल है। इसी क्रम में गंगा तेजी से उपजाऊ खेत भी निगलते जा रही है।
उक्त गांव निवासी लक्खी ठाकुर, पूर्व प्रधान राजमंगल ठाकुर आदि लोगों ने बताया कि अगर इसी तरह से कटान जारी रहा तो अगले साल में यहां के सभी किसान खेतिहर मजदूर बन जाएंगे। क्योंकि पूरा का पूरा खेत कट करके गंगा में विलीन होता जा रहा है। अब तक 1000 एकड़ से अधिक उपजाऊ खेत गंगा नदी में विलीन हो चुका है। मौके पर नुकसान का जायजा लेने पहुंचे क्षेत्रीय लेखपाल ने बताया कि कटान की पूरी रिपोर्ट उप जिला अधिकारी के माध्यम से शासन को भेज दी गई है।
कटान की स्थिति इस क्षेत्र में चिंता जनक है। वहीं दूसरी तरफ उप जिलाधिकारी आलोक प्रताप सिंह ने बताया कि जिन लोगों का मकान कटा है।या कट रहा है उनकी सूची बनाकर के उनसे पासबुक, आधार कलेक्ट किया जा रहा है। जैसे ही कागजात मिल जाते हैं उनके खाते में गृह अनुदान डाल दिया जा रहा है। जो लोग सुरक्षित स्थानों पर शरण लिए हुए हैं।उन्हें भी हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।

बाढ़ पीड़ितों के बीच पहुंचे उपजिलाधिकारी बैरिया
बैरिया। बाढ़ के पानी में घिरे देवपुर मठिया के लोगों की सुध लेने गुरुवार को बाढ़ पीड़ितों के बीच नाव से पहुंचे उप जिलाधिकारी बैरिया आलोक प्रताप सिंह ,बाढ़ पीड़ितों से व्यथा सुनी और उन्हें हर संभव सहयोग का भरोसा दिया। बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि हम लोग एक पखवाड़े से बाढ़ के पानी में गिरे हुए हैं 17 लोगों के मकान में बाढ़ का पानी घुसा हुआ है हम लोग काफी परेशानी में है। कभी भी कोई वरिष्ठ अधिकारी यहां हम लोगों की सुधि लेने नहीं पहुंचा था।
जबकि हर साल हम लोग बाढ़ के पानी से प्रभावित होते हैं। गांव के इतिहास में यह पहला मौका है कि हम लोगों के हाल जलने के लिए उप जिलाधिकारी यह आए हैं।ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं और अपने नुकसान के विषय में विस्तार पूर्वक उप जिलाधिकारी को बताया उप जिलाधिकारी ने भरोसा दिया कि हर संभव सरकारी सहायता तत्काल उपलब्ध कराया जाएगा।
उप जिलाधिकारी ने वहां से लौटने के बाद पत्रकारों को बताया कि सुरेमनपुर दियराचंल में सबसे अधिक पीड़ित देवपुर मठिया के 17 परिवार है। जहाँ अभी भी लोग नाव से आ जा रहे है। यहां के पीड़ितों को सरकारी सहायता के साथ-साथ पशु चिकित्सक की टीम वह एक चिकित्सक की टीम भेजी जाएगी। ताकि यहां के लोगों को दवा आज देकर के सुरक्षित किया जा सके।

